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"मेरठ-8 / स्वप्निल श्रीवास्तव" के अवतरणों में अंतर
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23:34, 7 फ़रवरी 2009 के समय का अवतरण
मैं मेरठ पहुँचना चाहता हूँ
बहुत दिन हुए नहीं गया मेरठ
जब मैं जाता हूँ वहाँ वे
रोक लेते हैं राह
हिकारत से कहते हैं
यह नहीं है तुम्हारा शहर
उनके शब्दों से रक्त की गंध
आती है
वे हत्यारे हैं
लेकिन मैं ज़रूर जाऊंगा मेरठ
मेरठ मेरा शहर है
जैसे यह देश है मेरा