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"इस आयोजन में / प्रफुल्ल कुमार परवेज़" के अवतरणों में अंतर

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आयोजक रह-रह कर  
 
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तालियाँ बजा रहे हैं
 
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21:20, 8 फ़रवरी 2009 के समय का अवतरण


इस आयोजन में सबसे अधिक
देखने की मुद्रा में हैं अंधे
सुनने की मुद्रा में बहरे

सम्मानित हो रहे हैं तटस्थ
दोग़लों की पीठ
थपथपाई जा रही है
गूँगों के लिए माईक की
समुचित व्यस्था है

आयोजक रह-रह कर
तालियाँ बजा रहे हैं