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"जीवन शैली / राग तेलंग" के अवतरणों में अंतर

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02:02, 3 अप्रैल 2009 के समय का अवतरण

सब चीज़ों के हो जाने के बाद
अब आपका घर ऊब का अड्डा बनने को है

आपने कुछ तो छोड़ दिया होता पाने को
अब आप क्या करेंगे

चाहेंगे
पड़ौसी आपसे ईष्र्या करें
दोस्तों-यारों के बीच
सबसे बड़ा हो आपका दंभ
बस इतना ही न `

देखना आपको उसी चीज़ को नया करने के लिए
उसी चीज़ के पुराने होने की प्रतीक्षा होगी
फिर बाहर जाकर आप ले आएंगे दोबारा वही चीज़
कुछ नई और चमक भरी सिर्फ

एक दिन आप खुद को भी पुराना हुआ पाएंगे
नज़र आएंगे तब आपको सारे संबंध
दीवार पर टंगे हुए ठंडे और बासे

आपको कभी लगने लगेगा
कुछ भी नहीं निस्सार है सब
आप अपने-आपसे तंग आ जाएंगे

प्लास्टिक के गमलों-फूलों के बीच
ड्राइंगरुम के फर्श की चमक तो असली होगी
मगर वहाँ बैठे चेहरों पर छाई होगी बोरियत की परतें
वहां इच्छाएँ मरी हुई होंगी और कारपेट पर बिछी हुई होगी ऊब ।