भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"सोचो थोड़ी देर / विजय गौड़" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विजय गौड़ |संग्रह=सबसे ठीक नदी का रास्ता / विजय ग...) |
(कोई अंतर नहीं)
|
22:11, 17 मई 2009 के समय का अवतरण
आख़िर कब तक
सरकारों का बदल जाना
मौसम के बदल जाने की तरह
नहीं रहेगा याद
कब तक यही कहते रहेगें
इस बार गर्मी बड़ी तीखी है
बारिश भी हुई इस बार ज़्यादा
और ठंड भी पड़ी पहले से अधिक