भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"शब्द-2 / केशव शरण" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=केशव शरण |संग्रह=जिधर खुला व्योम होता है / केशव श...) |
(कोई अंतर नहीं)
|
14:24, 29 मई 2009 का अवतरण
शब्द
अर्थ से भरा है
लेकिन वह ऎसे वाक्य में पड़ा है
कि अर्थहीन हो गया है
उसे निकालो
या वाक्य को बदल डालो