भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"दो तरह की बातें / केशव शरण" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=केशव शरण |संग्रह=जिधर खुला व्योम होता है / केशव श...) |
(कोई अंतर नहीं)
|
18:40, 29 मई 2009 के समय का अवतरण
शान्ति स्मारकों पर
फूल बरसाओ
शान्ति समारोहों में
कबूतर उड़ाया करो
मगर बम बनाया करो
बमवर्षक बनाया करो