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"निराला के नाम / केशव शरण" के अवतरणों में अंतर

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18:57, 29 मई 2009 के समय का अवतरण

पदों
और कुण्डलियों के आगे
केंचुआ छन्द को लाने वाला,
उसे कालातीत जीत दिलाने वाला
निराला ही हो सकता था।
 
इस केंचुआ छ्न्द द्वारा जोती हुई मिट्टी में
गुलाबों से शानदार कुकुरमुत्ता उगाने वाला
निराला ही हो सकता था।

आज उसी निराला के नाम
मेरा यह केंचुआ छन्द
और जुही की कलियाँ चन्द!