भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"हम लुका-छुपी खेलेंगे / विम्मी सदारंगाणी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विम्मी सदारंगाणी |संग्रह= }} <Poem> जब हिटलर सो रहा ह...)
(कोई अंतर नहीं)

14:40, 20 जून 2009 का अवतरण

जब हिटलर सो रहा होगा

और गांधी अपना चरखा कातने में मग्न होगा

उस वक़्त

हम लिका-छुपी खेलेंगे।


सिन्धी से अनुवाद : स्वयं कवयित्री द्वारा