भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"पंछीनामा-2 / इब्बार रब्बी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=इब्बार रब्बी |संग्रह=लोगबाग / इब्बार रब्बी }} {{KKCatKa...) |
(कोई अंतर नहीं)
|
21:28, 31 अगस्त 2009 के समय का अवतरण
खाली जंगल
खाली पड़ा है जंगल
शरद का इन्तज़ार है
पक्षी आएंगे
उनका इन्तज़ार है
डाल खाली है
खड़े हैं वृक्ष
खाली है सरोवर
पक्षियों का इन्तज़ार है।
रचनाकाल : भरतपुर, 17.10.1981