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तुम हो
कि वहाँ बना रहे हो एक घर
और मैं हूँ
यहाँ ढहाती हुई
स्मृतियाँ एक-एक कर
तुम्हारा घर तो
खुला रहेगा सारी दुनिया के लिए
पर मेरी स्मृतियाँ
कुछ भी तो नहीं
तुम्हारी निगाहों की पहुँच के सिवा...
अंग्रेज़ी से अनुवाद : यादवेन्द्र