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दरवाज़े पर होती है दस्तक | दरवाज़े पर होती है दस्तक |
19:36, 10 अक्टूबर 2009 का अवतरण
दरवाज़े पर होती है दस्तक
काँप उठता है
जिस्म का पात-पात
बड़ी मुश्किल से
गुज़रती है रात।