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"दीवारें / कुंवर नारायण" के अवतरणों में अंतर

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अब मैं एक छोटे-से घर
 
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कभी मैं एक बहुत बड़े घर
 
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तो दुनिया से भी बड़ा हो जाता है घर।
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15:51, 4 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

अब मैं एक छोटे-से घर
और बहुत बड़ी दुनिया में रहता हूँ

कभी मैं एक बहुत बड़े घर
और छोटी-सी दुनिया में रहता था

कम दीवारों से
बड़ा फ़र्क पड़ता है

दीवारें न हों
तो दुनिया से भी बड़ा हो जाता है घर।