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"जब कभी / अर्चना भैंसारे" के अवतरणों में अंतर

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और जब कभी
 
और जब कभी

23:15, 5 नवम्बर 2009 का अवतरण

और जब कभी
मैली हो जाती रुह

तब याद आती
तुम्हारे मन में बहते
मीठे झरने की

कि जिसमें डूबकर
साफ़ करती हूँ आत्मा अपनी।