भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"रंग-1 / जया जादवानी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= जया जादवानी |संग्रह=उठाता है कोई एक मुट्ठी ऐश्व…) |
(कोई अंतर नहीं)
|
00:55, 6 नवम्बर 2009 का अवतरण
रंग बहते हैं
नीले घेरे के भीतर
मैं प्रतीक्षारत हूँ
तोड़कर घेरा
नीला घेरे लाल को
या लाल ही बढ़कर आगे
तोड़ दे तपस्या उसकी।