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03:21, 16 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

 
मैने नहीं की पूजा
उस परमपिता की
न ही किया सुमिरन

किंतु जब तुमने
अपने भगवान से
मांग लिया मुझे

मैं आठों पहर का पुजारी हो गया।

 
मूल राजस्थानी से अनुवाद- मदन गोपाल लढ़ा