भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"छन्द / राहुल झा" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=राहुल झा |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} <Poem> '''वरिष्ठ कवि प्रमोद त…) |
(कोई अंतर नहीं)
|
13:43, 26 दिसम्बर 2009 के समय का अवतरण
वरिष्ठ कवि प्रमोद त्रिवेदी की कविता पढ़कर!
चिड़ियाँ सौंपेंगी हमें अपनी उड़ान
तितलियाँ थोड़ी चंचलता
शंखपुष्पी थोड़ी रोशनी
पंडूक आकाश सौंपेंगे हमें
और नदी
अपनी कल-कल हँसी...
वृक्ष देंगे अपनी सम्पूर्णता
और बारिश अपनी मधुर आसावरी
धरती हमें वासन्ती छन्द देगी
और हम-
नश्वरता को नकार देंगे!