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"केसरि से बरन सुबरन / बिहारी" के अवतरणों में अंतर

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19:38, 27 दिसम्बर 2009 का अवतरण

केसरि से बरन सुबरन बरन जीत्यौ

बरनीं न जाइ अवरन बै गई।

कहत बिहारी सुठि सरस पयूष हू तैं,

उष हू तैं मीठै बैनन बितै गई।

भौंहिनि नचाइ मृदु मुसिकाइ दावभाव

चचंल चलाप चब चेरी चितै कै गई।

लीने कर बेली अलबेली सु अकेली तिय

जाबन कौं आई जिय जावन सौं दे गई।।