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"चुनाव और सरकार / बसंत त्रिपाठी" के अवतरणों में अंतर

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21:37, 4 जनवरी 2010 का अवतरण

सड़कें सुधर रही हैं शहर की
कोलतार की परतें बिछ रहीं
पानी दो बखत
बिजली भी बरोबर
और तो और
जन-प्रतिनिधि भी हर हमेशा पड़ते दिखाई

लगता है
चुनाव नज़दीक है
और सरकार
ख़तरे में है।