भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"आभास / श्रीकांत वर्मा" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=श्रीकांत वर्मा |संग्रह=भटका मेघ/ श्रीकांत वर्म…)
(कोई अंतर नहीं)

20:29, 14 फ़रवरी 2010 का अवतरण

दूर उस अँधेरे में कुछ है, जो बजता है
शायद वह पीपल है।

वहाँ नदी-घाटों पर थक कोई सोया है
शायद वह यात्रा है

दीप बाल कोई, रतजगा यहाँ करता है
शायद वह निष्ठा है।