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"विनिमय / त्रिलोचन" के अवतरणों में अंतर

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अजाने जाने का अभिनय चला था नियम से,
 
अजाने जाने का अभिनय चला था नियम से,
 
 
चलेगा आगे भी, जन जन इसे जान कर ही
 
चलेगा आगे भी, जन जन इसे जान कर ही
 
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करेंगे भावों का विनिमय, नहीं और पथ है ;
करेंगे भावों का विनिमय, नहीं और पथ है;
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लड़ाई आत्मा को कुचल कर ही शक्ति प्रद हो
 
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लड़ाई आत्मा को कुचल कर ही शक्ति प्रद हो.
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05:21, 22 फ़रवरी 2010 के समय का अवतरण

अजाने जाने का अभिनय चला था नियम से,
चलेगा आगे भी, जन जन इसे जान कर ही
करेंगे भावों का विनिमय, नहीं और पथ है ;
लड़ाई आत्मा को कुचल कर ही शक्ति प्रद हो ।