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"मौत की मुस्कराहट / हरकीरत हकीर" के अवतरणों में अंतर
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15:53, 3 अप्रैल 2010 का अवतरण
रात वह फिर आई ख़्वाब में
चुपके से रख गई
कुछ लफ़्ज़़ झोली में
मैंने देखा
मौत की मुस्कराहट
कितनी हसीं थी...!!