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अपराजिता-सा नीला।
 
अपराजिता-सा नीला।

10:43, 15 अप्रैल 2010 के समय का अवतरण

लाल तलवार को ओढ़ाया हुआ कपड़ा,
उजला-भफाते हुए भात जैसा,
अपराजिता-सा नीला।
पिटे-पिटाए से पुराने नगर,
आदमी की हरी छाल में मेंढक!
जोते हुए खेतों पर चलता हरवाहा डगमग जैसेकि ज़ंजीरों में
ईंट के गलियारों में इधर-उधर दौड़ते हुए युवकों की हू-हा पर
कौंधा विचार-
कौंधा, जैसे कौंधते हैं कच्चे टाँके
तुड़े-मुड़े रेशम पर,
या कौंधा, ऐसे जैसे झपट लेनी है उसको गोली उछलकर।


अंग्रेज़ी से अनुवाद : अनामिका