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01:33, 11 मई 2010 के समय का अवतरण
मेरा, तुम्हारे पास आना
तीर-बिंधे हंस का
सिद्धार्थ के पास आना था;
तुम्हारा मुझे
देवव्रतों को सौंप देना
पता नहीं क्या था।