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"उजालों की परियाँ / बशीर बद्र" के अवतरणों में अंतर

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*[[जहाँ पेड़ पर चार दाने लगे / बशीर बद्र]]
 
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*[[हर जनम में उसी की चाहत थे / बशीर बद्र]]
 
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*[[वो चाँदनी का बदन ख़ुशबुओं का साया है / बशीर बद्र]]
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*[[यूँ ही बेसबब न फिरा करो / बशीर बद्र]]
 
*[[यूँ ही बेसबब न फिरा करो / बशीर बद्र]]
 
*[[मुहब्बतों में दिखावे की दोस्ती न मिला / बशीर बद्र]]
 
*[[मुहब्बतों में दिखावे की दोस्ती न मिला / बशीर बद्र]]

22:16, 20 मई 2010 का अवतरण

उजालों की परियाँ
Ujale ki Pariyan.jpg
रचनाकार बशीर बद्र
प्रकाशक डायमंड पाकेट बुक
वर्ष
भाषा
विषय
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पृष्ठ
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विविध
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