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"दूर ध्रुवतारा / मलय" के अवतरणों में अंतर

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21:59, 24 जून 2010 का अवतरण

इस गहराती अँधेरी में
केवल ध्रुवतारा टिमकता है

आवाज़ों की जंगल की रात में
अंदर छुपा हुआ सन्नाटा
रास्ता दिखाता है

धमकते दिल की
इच्छा का उजेरा
दिखलाता है
शताब्दी के पार आगे तक

बस दिमाग में उगे हुए पंख
उड़ते साँय-साँय

दूर ध्रुव्तारा
टिमकता ही जाता है किस तरह!