भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"देखना देश को / विष्णुचन्द्र शर्मा" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विष्णुचन्द्र शर्मा }} {{KKCatKavita}} <poem> देखना देश को ! फ…) |
(कोई अंतर नहीं)
|
22:44, 27 जून 2010 का अवतरण
देखना
देश को !
फिर बतलाना :
कितना कौन बदला है !
कितना कौन पिछड़ा है !
देखना देश को
फिर-फिर इतिहास में
अमेरिका के नीचे या पीछे खड़े
भारतवर्ष की
कहानी बतलाना :
चीन या
क्यूबा के जन-जन को ।
रचनाकाल : 2003