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"धूप बहुत है मौसम जल-थल भेजो न / राहत इन्दौरी" के अवतरणों में अंतर
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नन्ही मुन्नी सब चेहकारें कहाँ गईं | नन्ही मुन्नी सब चेहकारें कहाँ गईं | ||
− | मोरों के पेरों की पायल भेजो | + | मोरों के पेरों की पायल भेजो ना |
बस्ती बस्ती देहशत किसने बो दी है | बस्ती बस्ती देहशत किसने बो दी है | ||
− | गलियों बाज़ारों की हलचल भेजो | + | गलियों बाज़ारों की हलचल भेजो ना |
सारे मौसम एक उमस के आदी हैं | सारे मौसम एक उमस के आदी हैं | ||
− | छाँव की ख़ुश्बू, धूप का संदल भेजो | + | छाँव की ख़ुश्बू, धूप का संदल भेजो ना |
मैं बस्ती में आख़िर किस से बात करूँ | मैं बस्ती में आख़िर किस से बात करूँ | ||
− | मेरे जैसा कोई पागल भेजो | + | मेरे जैसा कोई पागल भेजो ना |
13:20, 22 सितम्बर 2010 के समय का अवतरण
धूप बहुत है मौसम जल-थल भेजो ना
बाबा मेरे नाम का बादल भेजो ना
मोल्सरी की शाख़ों पर भी दिये जलें
शाख़ों का केसरया आँचल भेजो ना
नन्ही मुन्नी सब चेहकारें कहाँ गईं
मोरों के पेरों की पायल भेजो ना
बस्ती बस्ती देहशत किसने बो दी है
गलियों बाज़ारों की हलचल भेजो ना
सारे मौसम एक उमस के आदी हैं
छाँव की ख़ुश्बू, धूप का संदल भेजो ना
मैं बस्ती में आख़िर किस से बात करूँ
मेरे जैसा कोई पागल भेजो ना