भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"धोती / भोला पंडित प्रणयी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=भोला पंडित प्रणयी |संग्रह= }} {{KKCatKavita‎}} <poem> धोती ख़ाद…)
 
(कोई अंतर नहीं)

12:42, 19 अक्टूबर 2010 के समय का अवतरण

धोती ख़ादी की हो
या अहमदाबादवाली मिलों की
बारह हाथ की धोतियाँ
सभी पसंद करते हैं
और उसे पहन
अपनी धोती
आसमान में फहराते हैं-
यह भारतीय पोशाक का
प्रतीक जो है ।

लेकिन-
कुछ लोग
धोती पहनना नहीं जानते,
वह उसे घुटनों से ऊपर ही
कमर में लपेटे
अपने व्यक्तित्व को
सिमटा लेते हैं ।

यद्यपि आए दिन
धोती की परिभाषा बदल गई है
तथापि, आज के नेताओं का
धोती-फाड़ प्रदर्शन
तो आप देख ही रहे हैं !