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"कन्हैया लाल सेठिया" के अवतरणों में अंतर
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|जन्म स्थान= सुजानगढ़ (राजस्थान) | |जन्म स्थान= सुजानगढ़ (राजस्थान) | ||
+ | |मृत्यु=11 नवंबर 2008 | ||
|कृतियाँ=''' हिंदी''' वनफूल, अग्णिवीणा, मेरा युग, दीप किरण, प्रतिबिम्ब, आज हिमालय बोला, खुली खिड़कियां चौड़े रास्ते, प्रणाम, मर्म, अनाम, निर्ग्रन्थ, स्वागत, देह-विदेह, आकाशा गंगा, वामन विराट, श्रेयस, निष्पति एवं त्रयी | |कृतियाँ=''' हिंदी''' वनफूल, अग्णिवीणा, मेरा युग, दीप किरण, प्रतिबिम्ब, आज हिमालय बोला, खुली खिड़कियां चौड़े रास्ते, प्रणाम, मर्म, अनाम, निर्ग्रन्थ, स्वागत, देह-विदेह, आकाशा गंगा, वामन विराट, श्रेयस, निष्पति एवं त्रयी | ||
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12:07, 24 अक्टूबर 2010 का अवतरण
कन्हैया लाल सेठिया
जन्म स्थान
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कुछ प्रमुख कृतियाँ
हिंदी वनफूल, अग्णिवीणा, मेरा युग, दीप किरण, प्रतिबिम्ब, आज हिमालय बोला, खुली खिड़कियां चौड़े रास्ते, प्रणाम, मर्म, अनाम, निर्ग्रन्थ, स्वागत, देह-विदेह, आकाशा गंगा, वामन विराट, श्रेयस, निष्पति एवं त्रयी
विविध
भारत सरकार द्वारा 'पद्म-श्री' से सम्मानित। 'लीलटांस' के लिए राजस्थानी में साहित्य अकादेमी, 'सबद' काव्य-संग्रह के लिए राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर द्वारा सर्वोच्च पुरस्कार के अलावा ज्ञानपीठ के मूर्तिदेवी सहित अनेक मान-सम्मान और पुरस्कारों से पुरस्कृत महाकवि के रूप में राजस्थानी के कालजयी कवि ।
जीवन परिचय
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हिन्दी में लिखी कविताएँ
- जागो, जीवन के अभिमानी ! / कन्हैया लाल सेठिया
- देख आज मेवाड़ मही को / कन्हैया लाल सेठिया
- कुँआरी मुट्ठी ! / कन्हैया लाल सेठिया
- / कन्हैया लाल सेठिया
- / कन्हैया लाल सेठिया
- / कन्हैया लाल सेठिया
मूल राजस्थानी में लिखी अति लोकप्रिय और चर्चित कविताएं
राजस्थानी से अनूदित कविताएं