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"ओंळू री धरती माथै /मदन गोपाल लढ़ा" के अवतरणों में अंतर

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16:53, 1 दिसम्बर 2010 का अवतरण

अणसैंधे मारग
चालतां
चेतै आवै
अलेखूं उणियारा
जंका रै सांच री
साख भरै ओळूं
सबूत है सबद
बां रै वजूद रो

डग-मग डोलतो जीव
हियै रै आंगणै
झोला खावै,
लारै भागै
एक अणखावणी छिंया
दड़ाछंट ।

खुदोखुद सूं भाजतो जीव
अंतस री आरसी में सोधै
अणसैधां उणियारा
अर बांचै
ओळूं री धरती माथै
जूण रा आखर ।