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"अपना बन्ना फूल गुलाबी, बन्नो चम्पे की कली / हिन्दी लोकगीत" के अवतरणों में अंतर

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अपना बन्ना फूल गुलाबी, बन्नो चम्पे की कली
 
अपना बन्ना फूल गुलाबी, बन्नो चम्पे की कली
इनकी मनोहर जोडी लागे कितनी भली
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इनकी मनोहर जोड़ी लागे कितनी भली
 
अपना बन्ना फूल गुलाबी, बन्नो चम्पे की कली
 
अपना बन्ना फूल गुलाबी, बन्नो चम्पे की कली
बहना के घर में ये पहली खुशी है
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बहना के घर में ये पहली ख़ुशी है
पहली खुशी बडी देर से मिली है
+
पहली ख़ुशी बड़ी देर से मिली है
 
सपना पूरा हुआ, मन की आशा फली
 
सपना पूरा हुआ, मन की आशा फली
इनकी मनोहर जोडी लागे कितनी भली
+
इनकी मनोहर जोड़ी लागे कितनी भली
 
अपना बन्ना फूल गुलाबी, बन्नो चम्पे की कली
 
अपना बन्ना फूल गुलाबी, बन्नो चम्पे की कली
दिन रंग भरे आयेंगे, होगी हर रात दिवाली
+
दिन रंग भरे आएँगे, होगी हर रात दिवाली
 
संग ले के चली अपने घर, अब दिया जलाने वाली
 
संग ले के चली अपने घर, अब दिया जलाने वाली
प्यारे भैया ने पायी दुल्हन सांचे में ढली
+
प्यारे भैया ने पाई दुल्हन साँचे में ढली
इनकी मनोहर जोडी लागे कितनी भली
+
इनकी मनोहर जोड़ी लागे कितनी भली
 
अपना बन्ना फूल गुलाबी, बन्नो चम्पे की कली  
 
अपना बन्ना फूल गुलाबी, बन्नो चम्पे की कली  
 
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13:06, 5 दिसम्बर 2010 के समय का अवतरण

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

अपना बन्ना फूल गुलाबी, बन्नो चम्पे की कली
इनकी मनोहर जोड़ी लागे कितनी भली
अपना बन्ना फूल गुलाबी, बन्नो चम्पे की कली
बहना के घर में ये पहली ख़ुशी है
पहली ख़ुशी बड़ी देर से मिली है
सपना पूरा हुआ, मन की आशा फली
इनकी मनोहर जोड़ी लागे कितनी भली
अपना बन्ना फूल गुलाबी, बन्नो चम्पे की कली
दिन रंग भरे आएँगे, होगी हर रात दिवाली
संग ले के चली अपने घर, अब दिया जलाने वाली
प्यारे भैया ने पाई दुल्हन साँचे में ढली
इनकी मनोहर जोड़ी लागे कितनी भली
अपना बन्ना फूल गुलाबी, बन्नो चम्पे की कली