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म्हें जलमी जद.. / शिवराज भारतीय
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थाळ बजायो हरख सूं
मां जायो जद पूत
म्हैं जलमी जद बापजी
घणा बजाया जुत
मामा छूछक ल्याइया
मां जायो जद पूत
भूवा गुड़ बंटवाईयो
उच्छब च्यारूं कूंट
हरियल डाळा झूल री
घर-घर पोळी मांय
भाई‘सा रै चाव में
जळवा पूजण जाय
लाडां कोडां जलमिया
हरख्यो घर परिवार
कांई ल्याया भाईसा
जलमतड़ां री तार
गीत बधावा गाईज्या
भाई‘सा रा लाड
म्हैं जलमी जद बापजी
दियो जमीं में गाड
चिन्तया में दुबळा हुया
दादी मां अर बाप
म्हैं जलमी जद बापजी
रूस्या आपूं आप
अमल देय पोढायदी
लाडंकवर नै बाप
मूंछया माथै ताव दे
मुळकै आपूं आप
म्हैं जलमी जद बापजी
बैठ्या जीव मसोस
जलमतडांई सैंग रो
कांई लीन्यो खोस