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ओळ्यूं-12 / पूर्ण शर्मा पूरण

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उडीकूं थंनै
सुपंनां मांय अंवेरूं
थूं उतरै होळै-सी`क
ओळ्यूं रै गातां
परूंसै
मैंदी राच्या हाथां
साची.... उण दिंन
रोटी ब्होत सुवाद हुवै।