भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
हाँफता हुआ बच्चा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:05, 6 नवम्बर 2007 का अवतरण
सुबह-सुबह !
हाँफता हुआ बच्चा!
जा रहा स्कूल!
पीठ पर लादे!
बस्ता किताबों का!
गले में झूलती !
पानी –भरी बोतल!
थके हुए कदम!
हलक़ सूखा हुआ!
थका हुआ बच्चा !
चढ़ रहा !
स्कूल की सीढ़ियाँ!
आगे खड़ा है –!
मुँह बाए!
बाघ-सा क्लास रूम !!
क्लास रूम में आएँगे!
चश्मे के भीतर से घूरते टीचर!!
दोपहर हो गई-!
छुट्टी की घण्टी बजी!
उतर रहा है बच्चा !
स्कूल की सीढ़ियाँ-!
खट्ट -खट्ट खट्ट- खट्ट!
पीठ पर लादे !
भारी बस्ता किताबों का!
होमवर्क का बोझ !
जा रहा बच्चा घर की तरफ!
फर्राटे भरता !
फूल हुए पाँव!
सामने है घर !
आँचल की छाया.!