भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
अंगिका
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 16:00, 9 मई 2016 का अवतरण
अंगिका भाषा के विकास में रुचि रखने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं से अनुरोध है कि अंगिका कविता कोश के विकास में हमारी सहायता करें
अंगिका भाषा
- नाम: अंगिका को पहले छेका-छिकी, आंगी, छाई-छोऊ, अंगिकार, छेकरी और थेथी नामों से भी जाना जाता था।
- क्षेत्र: अंगिका मुख्य-रूप से बिहार (जिला अरारिया, कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, भागलपुर, सुपौल, बाँका, जमुई, मुंगेर, लखीसराय, बेगूसराय, शेख़पुरा व खगरिया), झारखंड (जिला साहेबगंज, गोडा, देवघर, पाकुर, दुमका, गिरिडीह व जमतारा), पश्चिम बंगाल (जिला मालदा, उत्तरी दिनाजपुर) में बोली जाती है।
- सरहपा (अंगिका के आदि कवि; पहले सिद्ध)
- कणहपा
- शवरपा (पाँचवे सिद्ध)
- धरमपा (छत्तीसवें सिद्ध)
- सुमन सूरो
- अमरेन्द्र
- नन्दलाल यादव 'सारस्वत'
- चन्द्रप्रकाश जगप्रिय
- अनिरुद्ध प्रसाद विमल
- कस्तूरी झा 'कोकिल'
- सियाराम प्रहरी
- अनिल शंकर झा
- कुंदन अमिताभ
- धनन्जय मिश्र
- विजेता मुद्गलपुरी