भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

बजती-सी सीटी /राम शरण शर्मा 'मुंशी'

Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 22:42, 18 जुलाई 2018 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

बजती-सी
सीटी एक
नदी
पार कर गई,

               उड़ी
               फरर-फरर-फरर ...

अवचेतन
नभ को
प्रतिध्वनि से
भर गई !