भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
साँचा:KKAshtachhaap
Kavita Kosh से
अष्टछाप | |
महाप्रभु श्री वल्लभाचार्य जी एवं उनके पुत्र श्री विट्ठलनाथ जी द्वारा संस्थापित ८ भक्तिकालीन कवि, जिन्होंने अपने विभिन्न पद एवं कीर्तनों के माध्यम से भगवान श्री कृष्ण की विभिन्न लीलाओं का गुणगान किया। और अधिक जानें... | |
अष्टछाप के कवि: सूरदास नंददास कृष्णदास परमानंददास कुम्भनदास चतुर्भुजदास छीतस्वामी गोविन्दस्वामी |