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इत्तो ई है / सांवर दइया

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पाणी रै जोर में टेंटीजता
गाजता-गरजता
धूम-धडाकै सूं आया लोर

टूट र बरस्या घडी क
पून री फटकार लागतांई
छोड दिया पग
थूक मुट्ठी भाग्या लोर
हेला पाड़ती रही धरती
बस, इत्तो ई है जोर ?