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सोचता हूँ क्या कामुक होते होंगे
सपने किसी टैंक के ?
क्या सोचता होगा
अकेला खड़ा हवाई जहाज़ ?
क्या गैस मास्क को नापसंद होगा
चाँदनी रात में सुनना
एकसुर गान ?
क्या रायफ़लों को नहीं आती होगी दया
हम इंसानों जितनी भी ?
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सोचता हूँ क्या कामुक होते होंगे
सपने किसी टैंक के ?
क्या सोचता होगा
अकेला खड़ा हवाई जहाज़ ?
क्या गैस मास्क को नापसंद होगा
चाँदनी रात में सुनना
एकसुर गान ?
क्या रायफ़लों को नहीं आती होगी दया
हम इंसानों जितनी भी ?