भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
अकासवाणी / ओम पुरोहित कागद
Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 16:26, 19 जनवरी 2011 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ओम पुरोहित कागद |संग्रह=कुचरणी / ओम पुरोहित ‘काग…)
कुरसी पर बैठ्यै
सरकार चलावणियै रै
काको जी री दुकान !
बो चावै तो
सतर मरयां नै
सात बतावै
अर
विपक्ष रा सात विधायक
दळ बदळै तो
सत्तर कै‘यां बी
धाप नीं आवै
लोग
उण पिंपिलियै नै
रेडियो बतावै
पण
बो खुद नै
आकाशवाणी बतावै।