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ज़िंदगी ! ऐ ज़िंदगी ! / फ़राज़ से जुड़े हुए पृष्ठ
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- अब के रुत बदली तो ख़ुशबू का सफ़र देखेगा कौन / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- ऐसे चुप हैं के ये मंज़िल भी कड़ी हो जैसे / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- बेनियाज़-ए-ग़म-ए-पैमान-ए-वफ़ा हो जाना / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- जुज़ तेरे कोई भी दिन रात न जाने मेरे / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- करूँ न याद मगर किस तरह भुलाऊँ उसे / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- कठिन है राहगुज़र थोड़ी दूर साथ चलो / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- पयाम आये हैं उस यार-ए-बेवफ़ा के मुझे / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- फिर उसी राहगुज़र पर शायद / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- क़ुर्बतों में भी जुदाई के ज़माने माँगे / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- तू पास भी हो तो दिल बेक़रार अपना है / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- क्या ऐसे कम-सुख़न से कोई गुफ़्तगू करे / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- जब तेरी याद के जुगनू चमके / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- ख़ुदकुशी / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- तू कि अन्जान है इस शहर के आदाब समझ / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- ज़िंदगी ! ऐ ज़िंदगी / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- हमदर्द / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- रोज़ की मसाफ़त से चूर हो गए दरिया / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- अफ़ई की तरह डसने लगी मौजे-नफ़स भी / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- मैं कि पुरशोर समन्दर थे मेरे पाँवों में / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- जुज़ तेरे कोई भी दिन-रात न जाने मेरे / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- अब वो झोंके कहाँ सबा जैसे / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- जिससे ये तबियत बड़ी मुश्किल से लगी थी / फ़राज़ (← कड़ियाँ)