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हौंसला / हरीश करमचंदाणी
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बड़ा बहुत बड़ा था वह काम
बड़ा बहुत बड़ा था उसका हौंसला
बड़ा बहुत बड़ा था उन दोनों के बीच
बाधाओं का पहाड़
पर इससे क्या
पहाड़ तो होते ही हैं पार करने के लिए