भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

रुपगर्विता / रामकृष्ण वर्मा 'बलवीर'

Kavita Kosh से
Mani Gupta (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 16:51, 28 सितम्बर 2013 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रामकृष्ण वर्मा 'बलवीर' }} {{KKCatKavita}} {{KKCatBh...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मेरी बहियाँ बतावे ‘बलविरवा’ सरोजवा, त हरवा गरवा में कि न देत।
जब मुँहवाँ कहेला मोर चँदवा सरिस, कहु चँदवे निरखि कि न लेत।।