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हाथ जोड़ि पइयाँ पड़ी भइया हो / महेन्द्र मिश्र

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हाथ जोड़ि पइयाँ पड़ी भइया हो सोनरवा से गहनवाँ बीचे ना।
लिखदऽ हरिजी के नामवाँ हो गहनवाँ बीचे ना।
हँसुली पर तू हरिहर लिख दऽ बाजूबंद बिहारी हो जैसनवाँ बीचे ना।
लिख द अवध नन्दनवाँ हो अँगूठिया बीचे ना।
कनफूलवा कन्हइया लिखदऽ मंगटीका पर मोहनवाँ हो अंगूठिया बीचे ना।
लिख द अवध नन्दनवाँ हो अँगूठिया बीचे ना।
छागल छैल बिहारी लिख द नथिया पर नारायण हो बाजूबंदवा बीचे ना।
लिख द बाँके हो नयनवाँ बाजूबंदवा बीचे ना।
कहत महेन्दर मानऽ हमरी कहनवाँ हो दरसनवाँ दे द ना।
तरसे दूनू रे नयनवाँ हो दरसनवाँ दे द ना।