भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
रूटीन / दुष्यन्त जोशी
Kavita Kosh से
Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 19:51, 22 नवम्बर 2013 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=दुष्यन्त जोशी |संग्रह= }} {{KKCatRajasthaniRachn...' के साथ नया पन्ना बनाया)
नैतिकता रै नातै
पूछ लेवां-
‘और कियां...?’
सामलो कैवै-
‘ठीक है।’
बस हुयगी बात
रूटीन है
आज रै मिनख में
संवेदना कठै?