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राजस्थान / कन्हैया लाल सेठिया
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खाली धड़ री कद हुवै
चैरै बिन्यां पिछाण ?
मायड़ भासा रै बिन्यां
क्यां रो राजस्थान ?
राजनीति री दीठ स्यूं
बणग्यो राजस्थान,
पण निज भासा रै बिन्यां
ओ लागै निश्प्राण,
भासा है संजीवणी
जे कोई हड़मान!
ल्यावो, उठ बैठो हुवै
लिछमण राजस्थान।