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आतपस्य कोटयः / राधावल्लभः त्रिपाठी

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आतपस्य भवन्ति नानाकोटयः
कवोष्ण आतपः
पाटलपुष्पाभ आतपः
आर्द्र आतपः
तीक्ष्ण आतपः
गात्रसंवाहको मृदुरातपः

आतपस्य भवन्ति नानावर्णाः
स्वर्मिम आतपः
हरिद्राभ आतपः
हरित आतपः

अस्थिच्छेदकं शीतं सहमानस्य
दरिद्रस्य काये उष्णतामाधातुं
सघनतुषारकुज्झटिकां भित्वा
बहिरागन्तुम् आकुल आतपः...