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अबो अंधो / मुकेश तिलोकाणी

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अबे
हाणि त अञा
अखियुनि जो आपरेशनु कराए
नूर वधायो!
डाक्टर खे
अंग सुञाणे ॿुधाया
किताब परखे ॾिना
हलंदडु वक़्तु ॿुधायो।
डाक्टर खु़शि थी
बुशर्ट जो कालरु
ठीकु करे चयुसि
आपरेशन सकसेसु।
वरी हथ अखियुनि ते
घर जा भाती नथो सुञाणे!
भाऊअ जो सुवालु
हीअ केरु? हू केरू?
सुञाणो।
अबो चुप
ॿार वराणियो
अबो, अंधो आहे!