भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

यात्रा / निमेष निखिल

Kavita Kosh से
Sirjanbindu (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:52, 4 जून 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=निमेष निखिल |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCa...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

 
अवरोपित आस्थाका आँकुराहरु बोकेर
छातीभरि भग्नविश्वासका टाकुराहरु बोकेर
सङ्कल्पहरुमा मन जोड्ने सेतु खोज्दैछु म
समय हुरीमा नडगेका पाखुराहरू बोकर।