भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
पिछली बार / पंकज सुबीर
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:19, 30 दिसम्बर 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=पंकज सुबीर |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCatKav...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
पिछली बरसात में
जब तुम आईं थीं
उसके बाद से
ऐसा क्यों हो रहा है
कि देर रात
लगभग एक बजते हैं जब
अचानक
बरसने लगता है पानी
मेरे कमरे में